कुशल मध्य प्रदेश: मंत्री गौतम टेटवाल के नेतृत्व में भोपाल का संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क बना रहा है नए कीर्तिमान

भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर और रोजगारोन्मुख बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में कौशल विकास के क्षेत्र में एक नई क्रांति का सूत्रपात हुआ है। इसी दिशा में, राज्य के कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  गौतम टेटवाल के नेतृत्व में संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क (GSP) प्रदेश का प्रमुख कौशल विकास केंद्र बनकर उभरा है।

मंत्री  गौतम टेटवाल ने ग्लोबल स्किल्स पार्क को प्रदेश और देश के कौशल विकास मानचित्र पर शीर्ष स्थान पर स्थापित करने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि GSP से प्रशिक्षित छात्र केवल नौकरी करने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें। कौशल विकास के माध्यम से प्रदेश को आत्मनिर्भर बनाना हमारी प्राथमिकता है।”

GSP की प्रमुख उपलब्धियां
ग्लोबल स्किल्स पार्क में छात्रों को 100% प्लेसमेंट प्राप्त हो रही है। विशेष रूप से एडवांस प्रिसीजन इंजीनियरिंग कोर्स के छात्रों को प्रतिष्ठित कंपनियों में रोजगार के अवसर मिले हैं।

नए कोर्स और उत्कृष्ट प्रशिक्षण
GSP में 9 नए कोर्स शुरू किए गए हैं, जिनमें तकनीकी कौशल और समग्र विकास पर जोर दिया गया है। इन कोर्सेज में प्रशिक्षकों को सिंगापुर के ITES संस्थान में उन्नत तकनीकी और पेडागॉजी प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि छात्रों को उच्चतम गुणवत्ता का प्रशिक्षण मिल सके।

प्रमुख संस्थानों के साथ एमओयू
ग्लोबल स्किल्स पार्क ने IIT दिल्ली, IIT रोपड़, IIT इंदौर और NPTI फरीदाबाद जैसे देश के प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ समझौतों (MoUs) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन समझौतों का उद्देश्य छात्रों को उन्नत शिक्षा और वैश्विक स्तर के अवसर प्रदान करना है।

नवीन पहल और योजनाएं
कौशल विकास विभाग ने 18 नई पहलों की शुरुआत की है, जो कौशल विकास के प्रयासों को और अधिक प्रभावी बनाएंगी। GSP और RGPV के बीच हुए समझौते के तहत UIIT के छात्रों को GSP में एक सेमेस्टर की पढ़ाई करने की अनुमति दी गई है। संकाय विकास कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं, जो प्रशिक्षकों को नई तकनीकों में दक्ष बनाएंगे। GSP टॉक पहल, जिसमें देश-विदेश के विशेषज्ञ वक्ताओं ने भाग लिया, छात्रों को प्रेरित करने और उनके कौशल को निखारने का एक प्रभावी कदम है।

भविष्य की योजनाएं
वर्ष 2025 में GSP का प्रचार-प्रसार देश के अन्य राज्यों में किया जाएगा, ताकि विभिन्न राज्यों के छात्र यहां प्रवेश लें। छात्रों को अधिक उन्नत और विविध कोर्सेज के माध्यम से विशेषज्ञता प्रदान की जाएगी। तकनीकी शिक्षा, MSME, और कौशल विकास विभाग सहित अन्य विभागों के सहयोग से युवा संगम कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह कार्यक्रम राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। मंत्री गौतम टेटवाल ने कहा, “युवा देश का भविष्य हैं। अगर वे कुशल होंगे, तो प्रदेश और देश प्रगति करेगा। ग्लोबल स्किल्स पार्क इसी दिशा में एक बड़ा कदम है, जो युवाओं के सपनों को साकार करने में अहम भूमिका निभा रहा है।”

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